खनिज लीज निरस्त कराने की मांग को लेकर काठोड़िया ग्रामवासियों ने सौंपा ज्ञापन
ग्राम नारेला की काठोड़िया ढाणी के ग्रामीणों ने चारागाह भूमि को खनिज उपयोगार्थ लीज पर दिए जाने के विरोध में जिला कलक्टर व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।
चित्तौड़गढ़ । ग्राम नारेला की काठोड़िया ढाणी के ग्रामीणों ने चारागाह भूमि को खनिज उपयोगार्थ लीज पर दिए जाने के विरोध में जिला कलक्टर व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि भू-माफिया ने राजस्व कर्मचारियों की मिलीभगत से पशु चराई हेतु आरक्षित भूमि को बंजर और बीड़ भूमि में परिवर्तित कर खनिज लीज हेतु प्रस्तावित कर दिया है।
ज्ञापन में बताया गया कि उक्त भूमि पर ग्राम पंचायत द्वारा पौधारोपण एवं तारबंदी का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इसके समीप झांतला माता का प्राचीन मंदिर, सरकारी विद्यालय तथा लगभग 500 मीटर की दूरी पर आबादी क्षेत्र स्थित है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि इस क्षेत्र में खनन प्रारंभ हुआ तो यहां के पर्यावरण संतुलन पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा, पशुओं के चरने के स्थान नष्ट होंगे तथा लगभग दो लाख लगाए गए पौधों का नुकसान हो सकता है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि खनिज लीज को निरस्त नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
ज्ञापन सौंपने वालों में एडवोकेट नारायणलाल गुर्जर, देवीलाल गुर्जर, मुकेश बाथरा, राधेश्याम, नानुराम लुहार, रतनलाल गुर्जर, कैलाश गुर्जर, श्यामलाल, रामलाल, सुरेश प्रजापत, नारायण लुहार, काना गुर्जर, लादूलाल, गोवर्धन, गोटू गुर्जर, मुकेश गुर्जर, राहुल गुर्जर, बादाम गुर्जर, माया गुर्जर, हगामी बाई, जस्सु बाई, केसर बाई, तुलसी बाई, नानी गुर्जर, गुड्डी गुर्जर सहित अनेक ग्रामीणजन शामिल रहे।
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