देव दीपावली एवं कार्तिक पूर्णिमा पर ॐ तत्सत् पारमार्थिक संस्था द्वारा सम्पन्न हुआ भव्य दीपदान एवं गंगा आरती महोत्सव
सनातन परंपरा में कार्तिक पूर्णिमा एवं देव दीपावली का पर्व अत्यंत पवित्र और पुण्यदायी माना गया है। गंभीरी नदी तट पर भव्य दीपदान एवं गंगा आरती महोत्सव का आयोजन संपन्न हुआ।
चित्तौड़गढ़। सनातन परंपरा में कार्तिक पूर्णिमा एवं देव दीपावली का पर्व अत्यंत पवित्र और पुण्यदायी माना गया है। इसी पावन अवसर पर बुधवार को ॐ तत्सत् पारमार्थिक संस्था, चित्तौड़गढ़ के तत्वावधान में ज्योतिषाचार्य पं. विकास उपाध्याय के सान्निध्य में गंभीरी नदी तट पर भव्य दीपदान एवं गंगा आरती महोत्सव का आयोजन संपन्न हुआ।
वैदिक मंत्रोच्चार से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ मुंगाना धाम वेद आश्रम के बटुकों एवं वैदिक विद्वानों द्वारा मंगलाचरण और वेद मंत्रोच्चार के साथ किया गया। इस अवसर पर नरेशदत्त व्यास, पं. कौशल शर्मा, पं. पीयूष धनेत, पं. अरविंद शर्मा, मयंक शर्मा (सीए), पं. रतन पारलिया, रत्नेश शर्मा, पं. दीपक शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा सहित अनेक विद्वान उपस्थित रहे। वैदिक रीति से गणपति वंदना, कुलदेवी पूजन एवं भगवती गंभीरी की आरती संपन्न की गई। इस दौरान आकर्षक आतिशबाज़ी ने रात्रि के आकाश को आलोकित कर दिया।
101 दीपों से महाआरती एवं 2100 दीपों का प्रवाह
गंगा आरती वैदिक विधि-विधान से सम्पन्न हुई, जिसमें 101 दीपों से बनी 7 आरतियों द्वारा महाआरती की गई। लगभग 51 मिनट चली इस आरती के दौरान मंत्रोच्चार और शंखध्वनि से वातावरण भक्तिमय बना रहा। तत्पश्चात श्रद्धालुओं एवं मातृशक्ति द्वारा 2100 दीपों का गंभीरी नदी में प्रवाह किया गया, जिससे पूरा तट दीपों के सागर में परिवर्तित हो गया।
लोकमंगल और शांति का संदेश
संस्था के सदस्य आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि यह आयोजन समाज में एकता, शांति और लोकमंगल की भावना से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि “देव दीपावली केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह समाज में प्रकाश फैलाने का संकल्प है।”
इस अवसर पर चित्तौड़गढ़ सांसद सी.पी. जोशी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में भी दीप प्रज्वलित कर उनके दीर्घायु एवं लोकसेवा के लिए मंगलकामनाएँ की गईं।
गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति
आयोजन में अमरकंठ उपाध्याय, पं. मदनमोहन उपाध्याय, पं. दिनेश तिवारी, प्रशासक श्यामलाल शर्मा, महेंद्र जोशी सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। महिलाओं में उमा शर्मा, पूजा दाधीच, तारा शर्मा, विनीता उपाध्याय, इंद्रा बसेर एवं हर्षिता द्वारा दीप व्यवस्था व आरती में विशेष सहयोग दिया गया।
भक्ति और संस्कृति का जीवंत उत्सव
आयोजन स्थल पर लगभग 1500 श्रद्धालु उपस्थित रहे। संगीतमय आरती, वैदिक मंत्रोच्चार और दीपों की झिलमिलाहट से गंभीरी तट दिव्य आभा से भर उठा। कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रशासन और पुलिस विभाग का सराहनीय सहयोग रहा।
संस्था की ओर से बताया गया कि आगामी वर्षों में इस दीपोत्सव को और भव्य रूप देकर चित्तौड़गढ़ की सांस्कृतिक पहचान के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया गया है।
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