चित्तौड़गढ़ जिले में 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान प्रारंभ
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से प्रदेशभर की तरह चित्तौड़गढ़ जिले में भी 18 नवम्बर तक 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान प्रारम्भ किया गया है।
चित्तौड़गढ़ । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से प्रदेशभर की तरह चित्तौड़गढ़ जिले में भी 18 नवम्बर तक 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान प्रारम्भ किया गया है। इस दौरान जिले में यातायात नियमों के पालन, वाहन चालकों में अनुशासन, ओवरस्पीडिंग रोकथाम तथा आपातकालीन सहायता प्रणाली को सुदृढ़ बनाने के लिए विशेष कार्य योजना लागू की गई है।
जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में जिला सड़क सुरक्षा समिति द्वारा अभियान की मॉनिटरिंग की जा रही है। अभियान के तहत पुलिस विभाग को नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। जिलेभर में पुलिस एवं यातायात टीमें सड़कों पर सक्रिय रहकर नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई कर रही हैं। शराब पीकर वाहन चलाने, ओवरस्पीडिंग, गलत दिशा में वाहन चलाने एवं बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।
शराब सेवन व ओवरस्पीड मामलों में लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई
परिवहन विभाग चित्तौड़गढ़ द्वारा अभियान के दौरान ओवरलोडिंग, अनाधिकृत संचालन, फिटनेस उल्लंघन, शराब सेवन तथा ओवरस्पीड मामलों में चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन/निरस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, वाहन चेकिंग अभियान, सड़क सुरक्षा कार्यशालाएँ, रिफ्लेक्टर टेप लगवाने एवं जन-जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
राजमार्गों से हटेंगे अवैध ढाबे और अनाधिकृत कट
सार्वजनिक निर्माण विभाग, एनएचएआई व संबंधित एजेंसियों द्वारा जिले के सभी प्रमुख राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों पर अनाधिकृत कट बंद करने, सड़कों की व्हाइट लाइनिंग, डिवाइडर पर सुरक्षा रेलिंग लगाने तथा झाड़ियाँ हटाने का कार्य प्रारम्भ किया गया है। सड़क किनारे अवैध ढाबे, अतिक्रमण एवं अनाधिकृत संरचनाएं हटाने की कार्रवाई भी की जा रही है।
45 वर्ष से अधिक चालकों का नेत्र परीक्षण
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग चित्तौड़गढ़ द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयु के वाहन चालकों के नेत्र परीक्षण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही, ट्रॉमा सेंटर व अस्पतालों में आपातकालीन उपचार सुविधाओं को और सुदृढ़ किया जा रहा है।
एनजीओ व युवाओं की सक्रिय भागीदारी
अभियान में जिले के एनजीओ, स्वयंसेवी संस्थाएँ एवं स्थानीय युवाओं को जोड़ा गया है। इनके माध्यम से हेलमेट, सीट बेल्ट, मोबाइल निषेध, डिपर उपयोग, ट्रैफिक सिग्नल पालन आदि के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाई जा रही है। साथ ही, सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने वाले नागरिकों को प्रोत्साहित एवं सम्मानित किया जा रहा है।
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