जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए युवाओं को आगे आना होगा – सीडीईओ
जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए युवाओं और विद्यार्थियों को सक्रिय रूप से आगे आकर पहल करनी होगी, ताकि किसी भी गांव, ढाणी या दूरस्थ क्षेत्र में बाल विवाह जैसी कुप्रथा होने से रोका जा सके।
चित्तौड़गढ़। जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए युवाओं और विद्यार्थियों को सक्रिय रूप से आगे आकर पहल करनी होगी, ताकि किसी भी गांव, ढाणी या दूरस्थ क्षेत्र में बाल विवाह जैसी कुप्रथा होने से रोका जा सके। यह बात मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद दशोरा ने युवा महोत्सव 2025 के दौरान व्यक्त की।
जिला कलक्टर आलोक रंजन के निर्देशानुसार जिले में चल रहे बाल विवाह मुक्त भारत – 100 दिवसीय अभियान के तहत शिक्षा विभाग द्वारा शहीद मेजर नटवर सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के सभागार में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सीडीईओ दशोरा ने कहा कि बाल विवाह के प्रति जनजागरूकता और जन माहौल तैयार करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि बाल विवाह की आशंका होने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। उन्होंने युवाओं से आगे बढ़कर सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को बाल विवाह निषेध की शपथ भी दिलाई।
कार्यक्रम में सहायक निदेशक, बाल अधिकारिता विभाग ओम प्रकाश तोषनीवाल ने बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, बाल विवाह के दुष्परिणाम तथा चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर त्रिपाठी, संस्था प्रधान ओम प्रकाश छीपा, अभिषेक चाष्टा, कार्यक्रम संयोजक अनुराधा आर्य, संजय कोदली, लोकेश सोनी, जिला समन्वयक चाइल्ड हेल्प लाइन नवीन काकडदा सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में गायत्री सेवा संस्थान चित्तौड़गढ़ के समन्वयक अमित राव, अब्दुल वहिद, शोभा गर्ग, चाइल्ड लाइन काउंसलर करण जीनवाल, ईरफान सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
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