चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने जिले के नागरिकों से राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण (National Sample Survey – NSS) में सक्रिय सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा देशभर में सामाजिक एवं आर्थिक पहलुओं से संबंधित सटीक आंकड़े एकत्रित करने हेतु प्रतिवर्ष यह सर्वेक्षण किया जाता है, जो राष्ट्रीय योजनाओं और नीतियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जिला कलक्टर ने बताया कि राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के 80वें दौर के अंतर्गत चित्तौड़गढ़ जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में चयनित ग्रामों और नगरीय खंडों में जनवरी 2025 से दिसंबर 2025 तक सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है। यह कार्य आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग चित्तौड़गढ़ तथा ब्लॉक सांख्यिकी कार्यालयों के प्रशिक्षित कार्मिकों द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण दल जब आमजन से उनके परिवार, व्यवसाय या सामाजिक-आर्थिक स्थिति से संबंधित जानकारी प्राप्त करने हेतु संपर्क करें, तो उन्हें पूर्ण सहयोग प्रदान करें और सटीक जानकारी दें। इससे एकत्रित आंकड़ों के आधार पर जनहित की योजनाओं को और अधिक प्रभावी ढंग से तैयार किया जा सकेगा।
जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायतों के प्रशासकों, सरपंचों, पार्षदों, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, वेलफेयर सोसाइटियों एवं उद्योग-व्यापारिक संगठनों से भी आग्रह किया कि वे अपने क्षेत्रों में एन.एस.एस. सर्वेक्षण के महत्व के बारे में आमजन को जागरूक करें और उन्हें सहयोग हेतु प्रेरित करें।
इस अवसर पर आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग की उप निदेशक शबनम खोरवाल ने बताया कि सर्वेक्षण के दौरान प्राप्त समस्त जानकारी पूर्णतः गोपनीय रखी जाती है। किसी भी व्यक्ति या संस्था की निजी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाती। उन्होंने कहा कि विभाग आमजन की निजता का पूरा सम्मान करता है और सभी आंकड़े केवल सांख्यिकीय एवं नीति-निर्धारण प्रयोजनों के लिए उपयोग किए जाते हैं।