श्री जैन दिवाकर जन्म जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया- शोभायात्रा में उमड़े दिवाकर भक्त, गूंजे जयकारे
श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संस्थान चित्तौड़गढ़ द्वारा जगत वल्लभ जैन दिवाकर पूज्य चौथमल महाराज सा की 148वीं जन्म जयंती धूमधाम और भक्ति भाव से मनाई गई।
चित्तौड़गढ़। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संस्थान चित्तौड़गढ़ द्वारा जगत वल्लभ जैन दिवाकर पूज्य चौथमल महाराज सा की 148वीं जन्म जयंती धूमधाम और भक्ति भाव से मनाई गई। इस अवसर पर प्रातः 8 बजे खातर महल से भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ, जो सदर बाजार, गांधी चौक, सुभाष चौक होते हुए किला रोड स्थित श्री जैन दिवाकर भवन पहुंची।
शोभायात्रा में बग्गी पर पूज्य चौथमल जी महाराज सा का विशाल चित्र स्थापित किया गया, जिसके दर्शन हेतु श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्रावक-श्राविकाओं ने श्वेत वस्त्र एवं परंपरागत मेवाड़ी साफा धारण कर भक्ति भाव से भजनों और जयकारों के साथ भाग लिया। जैन दिवाकर पाठशाला के विद्यार्थी जैन ध्वज लहराते हुए शोभायात्रा का नेतृत्व कर रहे थे, वहीं बैंड की सुमधुर धुनों पर वातावरण भक्तिमय बना रहा।
श्रमण संघ मीडिया प्रभारी सुधीर जैन ने बताया कि शोभायात्रा से पूर्व खातर महल में नवकारसी का आयोजन हुआ। श्री जैन दिवाकर युवक परिषद द्वारा दुर्ग पर वानरों को बाटी खिला कर जीवदया कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान परिषद अध्यक्ष अर्पित बोहरा, मंत्री कुलदीप सिरोया सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।
शोभायात्रा की समाप्ति पर श्री जैन दिवाकर भवन में गुणानुवाद सभा का आयोजन हुआ। सभा में श्री जैन दिवाकर महिला परिषद द्वारा गीतिका प्रस्तुत की गई तथा संचालन संगठन समिति के मंत्री सुधीर जैन ने किया। सभा में सुरेंद्र मारू (इंदौर), विक्रम धाकड़ (नीमच), लादू सिंह आंचलिया (बेगू) सहित कई विद्वानों एवं श्रद्धालुओं ने दिवाकर स्तुति प्रस्तुत की।
धर्मसभा में प्रवचन देते हुए संथारा विशेषज्ञ धर्म मुनि जी महाराज सा ने कहा कि “जैन दिवाकर पूज्य चौथमल जी महाराज गुणों की खान थे। उनके बताए मार्ग पर चलकर ही हम मोक्ष मार्ग को सुगम बना सकते हैं।” उन्होंने कहा कि “कपड़े बदलने से नहीं, बल्कि आदतें बदलने से मोक्ष प्राप्त होता है।”
चंद्रेश मुनि जी ने अपने प्रवचन में कहा कि “जैन दिवाकर चौथमल महाराज का जीवन संघ एकता और भगवान महावीर के संदेशों के प्रचार में समर्पित रहा। हमें संप्रदायवाद से ऊपर उठकर जीवन जीना चाहिए।”
सभा में चिराग मुनि म.सा., केशव मुनि म.सा., साध्वी रत्न श्री म.सा. एवं साध्वी मंडल विराजित रहे। अखिल भारतीय जैन दिवाकर संगठन समिति के अध्यक्ष माणक तालेड़ा ने संदेश दिया कि समिति का कार्य अब डॉ. आई.एम. सेठिया संभालेंगे।
पूज्य धर्म मुनि जी की प्रेरणा से जैन संस्कार हेतु श्री जैन दिवाकर धार्मिक पाठशाला की स्थापना की घोषणा पारस डांगी एवं परिवार द्वारा स्वर्गीय मदनलाल, लाड़ देवी एवं स्व. मनोहरलाल डांगी की पुण्य स्मृति में की गई।
गुणानुवाद सभा के पश्चात नानू नवकार भवन में गौतम प्रसादी का आयोजन हुआ, जहां भजन गायक प्रबल जैन और राजेश जैन की टीम ने दिवाकर स्तुति भजनों की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम के समापन पर धर्म मुनि म.सा. ने डीपीएस पब्लिक स्कूल, गांधीनगर में मांगलिक प्रदान की।
संस्थान अध्यक्ष किरण डांगी और महामंत्री राजेश सेठिया ने दिवाकर जन्म जयंती महोत्सव के सभी आयोजनों में सक्रिय सहभागिता निभाने वाले सभी श्रावक-श्राविकाओं, युवक एवं महिला परिषद सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
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