कलयुग में अनूठी दोस्ती की मिशाल अपने सुदामा को देख रो दिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
रामदेवरा,जैसलमेर नईदिल्ली एक दोस्त लोकसभा अध्यक्ष तो दूसरा लगा रहा है झाडू लेकिन वर्षो बाद जब लोकसभा ओमबिरला को अध्यक्ष से मिला तो इसकी सूचना मिनी तो वे कृष्ण की तरह अपने सुदामा मित्र से मिलने के लिए बैचेन हो गए और जब मुलाकात हुई तो उनकी आंखों से आंसू बहने लगे, बाद में उन्होंने अपने बचपन की यादों को अपने गरीब दोस्त के साथ साजा किया और जब पता लगा कि वह गंभीर बीमारी से पीडि1त है तो उसेदिल्ली भेज उपचार कराने का भी इंतजाम कर कलयुग में अनूठी दोस्ती की मिसाल पेश की ।

एक दोस्त लोकसभा का अध्यक्ष वही दूसरा रामदेवरा में लगाता है झाड़ू
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला मिले अपने दोस्त राजू से इलाज का उठाया जिम्मा
रामदेवरा,जैसलमेर एक दोस्त लोकसभा अध्यक्ष तो दूसरा लगा रहा है झाडू लेकिन वर्षो बाद जब लोकसभा ओमबिरला को अध्यक्ष से मिला तो इसकी सूचना मिनी तो वे कृष्ण की तरह अपने सुदामा मित्र से मिलने के लिए बैचेन हो गए और जब मुलाकात हुई तो उनकी आंखों से आंसू बहने लगे, बाद में उन्होंने अपने बचपन की यादों को अपने गरीब दोस्त के साथ साजा किया और जब पता लगा कि वह गंभीर बीमारी से पीडि1त है तो उसेदिल्ली भेज उपचार कराने का भी इंतजाम कर कलयुग में अनूठी दोस्ती की मिसाल पेश की ।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला अपने एक दिवसीय यात्रा प्रवास के दौरान गत दिनों रामदेवरा पहुँचे। ऐसे में बाबा रामदेव समाधि समिति कार्यालय में झाड़ू पोछा व सफाई का काम करने वाले राजू (70) ने ओम बिरला को देखा तो समाधि समिति पदाधिकारी को अवगत करवाया कि वर्ष 1972 में मैं उनके साथ कक्षा 6 , 7 व 8 में नियमित रूप से कोटा में एक साथ पढ़ा हूं। समय व परिस्थितियों के कारण आगे पढ़ाई नहीं कर पाया ।लेकिन उनके साथ पढ़े गए पल मुझे आज भी याद है।आर्थिक रूप से कमजोर वह शारीरिक रूप से असक्षम होने के कारण कई प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त है। वह कैंसर जैसी लाईलाज बीमारी से भी जूझ रहा है।
कार्यकर्ताओं ने जब इसकी सूचना ओम बिड़ला को दी तो उन्होंने राजू से मिलने की इच्छा जाहिर की और वे राजू से मिले इसके बाद उन्होंने राजू की कुशलक्षेम ली और उसके इलाज का जिम्मा उठाया इसके लिए उन्होंने रामदेवरा सरपंच को भी अवगत करवाया और राजू को दिल्ली भेजने की बात कही।
रामदेवरा प्रवास के दौरान उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से व्यक्तिगत मुलाकात की व उसे गले लगकर फूट-फूट कर रोने लगा। वही दोनों ने पुराने दिनों को याद किया। इस पर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से मांग की कि वह कई प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त है ऐसे में उसका किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाया जाए व उसके लिए 2 समय के भोजन की व्यवस्था की जाए। ऐसे में उन्होंने अपने बचपन के साथी को आश्वस्त किया कि उसका इलाज उनके द्वारा करवाया जाएगा और उसे हर तरह की सहायता भी दी जाएगी। इस अवसर पर बाबा रामदेव समाधि समिति के गादीपति राव भोम सिंह तंवर व समस्त पदाधिकारी व अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे ।यह मौका कृष्ण के सुदामा से मिलने जैसा था जब दोनों साथी 50 साल के बाद एक दूसरे से गले मिले तो वहां खड़े अधिकारियों के साथ ही अन्य लोगो की आंखे भी भर आईं।
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