मुंगफली तोल, आपदा राहत,रासायनिक उर्वरक, बिजली एवं मण्डी अववस्था को लेकर नाराज़गी जताई: भारतीय किसान संघ
भारतीय किसान संघ जिला चित्तौड़गढ़ की जिला बैठक जिला अध्यक्ष नारायण सिंह की अध्यक्षा में जिला मुख्यालय पर की गई है।
चित्तौड़गढ़। भारतीय किसान संघ जिला चित्तौड़गढ़ की जिला बैठक आज जिला अध्यक्ष नारायण सिंह की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय पर आयोजित की गई, जिसमें प्रान्त, प्रदेश एवं जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों सहित सभी तहसीलों के अध्यक्ष एवं मंत्री उपस्थित रहे। बैठक में जिले के किसानों से जुड़ी अनेक गंभीर समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
संभाग अध्यक्ष रतन सिंह ने बताया कि जिले में मुंगफली खरीद की प्रक्रिया तत्काल प्रारंभ होना अत्यंत आवश्यक है। किसानों को बुवाई के लिए धन की जरूरत होती है, ऐसे में तोल में देरी होने पर किसान अपनी उपज औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर हो जाते हैं, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि मुंगफली पंजीयन अल्प अवधि में होने से बहुत कम किसान ही पंजीयन कर पाए, इसलिए पंजीयन पुनः प्रारंभ किया जाना चाहिए। पंजीयन प्रक्रिया में हुई धांधली की जांच कराने के लिए किसान संघ ने सरकार का आभार व्यक्त किया, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित करने की जरूरत बताई। साथ ही मुंगफली खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाने की भी मांग रखी।
जिले में अतिवृष्टि और जलभराव के कारण खरीफ की लगभग सभी फसलें नष्ट हो गईं, तथा अक्टूबर में लगातार बारिश ने बची हुई फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचाया। सरकार द्वारा जिले को अभावग्रस्त घोषित किए जाने के बावजूद अभी तक किसानों को राहत राशि प्राप्त नहीं हुई है। वर्ष 2023–24 के बीमा क्लेम में भी हजारों किसान वंचित रह गए। आवश्यक दस्तावेज जमा कराने के बावजूद कई किसानों को आज तक कोई राशि प्राप्त नहीं हुई। संगठन ने सरकार से मांग की कि राहत एवं बीमा क्लेम की राशि शीघ्रातिशीघ्र किसानों के खातों में डाली जाए।
रबी बुवाई के इस समय जिले में रासायनिक उर्वरकों की भारी कमी बनी हुई है। डीएपी और एनपीके की पर्याप्त उपलब्धता नहीं होने से किसान अधिक मूल्य देकर खाद खरीदने को मजबूर हैं। सरसों और चने की बुवाई के बाद यूरिया की मांग भी काफी अधिक है, जबकि उपलब्धता बहुत कम है, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। किसान संघ ने मांग की कि सरकार तत्काल मांग के अनुरूप उर्वरक उपलब्ध कराए।
प्रान्त महामंत्री अम्बा लाल ने जिले में बिजली व्यवस्था और मंडियों की अव्यवस्था पर भी चिंता जताई। उन्होंने बताया कि कई मंडियों में व्यापारी और किसानों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। संगठन ने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया कि बिजली और मंडियों की व्यवस्था में तुरंत सुधार किया जाए।
अंत में संगठन को मजबूत बनाने के लिए प्रत्येक गांव में ग्राम समितियां गठित करने और कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने पर जोर दिया गया। बैठक में भारतीय किसान संघ के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्त्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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